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जॉब आयोग के क्लास नोट्स को पढ़े | JobAyog Class Notes Mcq Hindi Subject

JobAyog Class Notes Mcq Hindi Subject नमस्कार आज इस पोस्ट में आप सभी के लिए हिंदी के पुराने पेपर से सवालों को लाया गया जो अलग – अलग परीक्षा में पूछा गया है पिछले वर्ष पूछे जाने वाले जितने भी प्रश्न है हिंदी का संधि टॉपिक से पूछा गया पेपर में हल सहित यहां पर उत्तर दिया गया है नीचे सभी सवालों को देख सकते हैं।

यहां पर इन सवालों के साथ उत्तर को विस्तार पूर्वक बताया गया है यदि आप कोई भी सवाल के उत्तर को अच्छे से समझना चाहते हैं तो नीचे दिए सभी विस्तार पूर्वक उत्तर को पढ़ें और समझे। इसके साथ ही निचे पीडीऍफ़ नोट्स भी दिया गया उसे भी प्राप्त कर सकते हैं।

अगर आप इसका विस्तार से उत्तर वीडियो के माध्यम से देखना चाहते हैं तो भी आप नीचे वीडियो का क्षेत्र दिया गया है जहां पर आप पूरा क्लास का एन्जॉय कर पूरा क्लासेस देख सकते हैं और इस टॉपिक को अच्छे से समझ सकते हैं।

JobAyog Class Notes Mcq Hindi Subject यहाँ से सवाल शुरू हैं :

1. निम्नलिखित में से कौन सा स्वर सन्धि का भेद नहीं है?

(a) हल सन्धि
(b) वृद्धि सन्धि
(c) दीर्घ संधि
(d) गुण संधि


उत्तर : (a): दिए हुए प्रश्न में ‘हल संधि’ स्वर-संधि का भेद नहीं हैं। शेष विकल्प स्वर संधि के भेद हैं। मूल रूप से स्वर-संधि के 5 भेद हैं।
(i) दीर्घ
(ii) गुण
(iii) अयादि
(iv) वृद्धि
(v) यण



2. संधि विच्छेद में यदि किसी वर्ग के ‘प्रथम वर्ण’ से परे कोई अनुनासिक वर्ण हो, तो संधि करते समय, प्रथम वर्ण के स्थान पर उसी वर्ग का कौन सा वर्ण हो जाएगा?


(a) उसी वर्ग का तृतीय वर्ण
(b) उसी वर्ग का अनुनासिक अर्थात् पंचम वर्ण
(c) उसी वर्ग का चतुर्थ वर्ण
(d) उसी वर्ग का प्रथम वर्ण


उत्तर : (b) संधि विच्छेद में यदि किसी वर्ग के ‘प्रथम वर्ण’ से परे कोई अनुनासिक वर्ण हो, तो संधि करते समय, प्रथम वर्ण के स्थान पर उसी वर्ग का अनुनासिक अर्थात् पंचम वर्ण हो जाएगा, जैसे यदि ‘क्’, ‘च्’, ‘ट्’, ‘त्’, ‘प्’ के बाद ‘न’ या ‘म’ आये, तो ‘कू’, ‘च्’, ‘ट्’, ‘त्’, ‘प्’ अपने वर्ग के पंचम वर्ण में बदल जाते हैं, जैसे- वाक्+मय = वाङ्मय अप् + मय = अम्मय


3. निम्न में से संधि का कौन सा युग्म गलत है?


(a) अनूदित = अनु + उदित
(b) अवनींद्र = अवनी + इंद्र
(c) श्रद्धानंद = श्रद्ध + आनंद
(d) भूद्धा = भू + उद्धार


ANs. (c) : दिये गये विकल्पों में ‘श्रद्धानंद = श्रद्ध आनंद’ संधि का युग्म गलत है। इसका शुद्ध रूप होगा- ‘श्रद्धा आनंद’ होगा। यह दीर्घ स्वर संधि का उदाहरण है। अन्य सभी विकल्प युग्म शुद्ध हैं।


4. यदि ‘अ’ या ‘आ’ के बाद ‘इ’ या ‘ई’ आए तो दोनों मिलकर ‘ए’ हो जाते हैं। यह स्वर संधि कहलाती है –

(a) दीर्घ स्वर संधि
(c) गुण स्वर संधि
(b) वृद्धि स्वर संघि
(d) अयादि स्वर संघि

उत्तरः (c) यदि ‘अ’ या ‘आ’ के पश्चात् ‘इ’ या ‘ई’, ‘उ’ या ‘ऊ’ और ‘ऋ’ आए तो दोनों मिलकर क्रमशः ‘ए’, ‘ओ’ और ‘अर्’ हो जाते हैं। यह गुण संधि के अन्तर्गत आता है। जैसे- देव + इन्द्र = देवेन्द्र, देव + ईश देवेश, देव ऋषि देवर्षि।


5.’सन्धि’ के कितने भेद होते हैं?

(a) एक
(c) तीन
(b) दो
(d) चार


उत्तर : (c) वर्णों के आधार पर संधि के 3 भेद हैं-

(1) स्वर संधि दो स्वरों के मेल से उत्पन्न विकार अथवा रूप परिवर्तन को ‘स्वर संधि’ कहते हैं।
(2) व्यंजन संधि व्यंजन से स्वर अथवा व्यंजन के मेल से उत्पन्न विकार को ‘व्यंजन संधि’ कहते हैं।
(3) विसर्ग संधि विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन के मेल से उत्पन्न विकार को ‘विसर्ग संधि’ कहते हैं।



6. दो निकटवर्ती वर्णों के परस्पर मेल से जो परिवर्तन होता है उसे क्या कहते हैं?

(a) समास
(b) संधि
(c) कारक
(d) उपसर्ग


उत्तर. (b) : दो निकटवर्ती वर्णों के परस्पर मेल से जो परिवर्तन होता है, उसे संधि कहते हैं।
संधियाँ मुख्यतः तीन प्रकार की होती हैं; स्वर संधि, व्यंजन संधि एवं विसर्ग संधि।
शब्दों के परस्पर मेल को समास कहते हैं।
क्रिया के साथ सम्बन्ध बताने वाले को कारक कहते हैं।
उपसर्ग वे शब्दांश हैं जो किसी शब्द से पूर्व जुड़कर उसके अर्थ में विशिष्टता ला देते हैं।


7. निम्नलिखित में से एक कथन गलत है-

(a) दो वर्णों के मेल से होने वाले विकार को संधि कहते हैं।
(b) दो स्वरों के मेल से उत्पन्न विकार को स्वर संधि कहते हैं।
(c) व्यंजन से स्वर अथवा व्यंजन के मेल से उत्पन्न विकार को व्यंजन संधि कहते हैं।
(d) विसर्ग के साथ विसर्ग के मेल से उत्पन्न विकार को विसर्ग संधि कहते हैं।


उत्तर : (d) विसर्ग के साथ विसर्ग के मेल से उत्पन्न विकार को विसर्ग संधि कहते हैं- संधि के सम्बन्ध में यह कथन गलत है जबकि विसर्ग के बाद स्वर अथवा व्यंजन आने पर विसर्ग में जो विकार होता है, उसे विसर्ग संधि कहते हैं। शेष विकल्प सही हैं।


8. स्वर संधि कितने प्रकार की होती है?

(a) दो
(c) चार
(b) तीन
(d) पाँच

उत्तर. (d) : स्वर संधि-स्वर के बाद स्वर अर्थात् दो स्वरों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है, स्वर संधि कहलाता हैः जैसे-सूर्य + अस्त = सूर्यास्त
महा + आत्मा = महात्मा
स्वर संधि के निम्नलिखित पाँच भेद हैं-

1. दीर्घ संधि
2. गुण संधि
3. वृद्धि संधि
4. यण संधि
5. अयादि संधि


9.स्वर संधि में किसका मेल होता है?

(a) स्वरों का
(b) व्यंजनों का
(c) शब्दों का
(d) मात्रा का


उत्तर. (a) : स्वर संधि में ‘स्वरों का मेल’ होता है जैसे- ‘हिमालय’ (हिम + आलय), जबकि व्यंजन संधि में व्यंजन का मेल स्वर व व्यंजन दोनों से ही होता है। इसी प्रकार विसर्ग संधि में विसर्ग का मेल स्वर तथा व्यंजन से होता है।


10. ‘महाशय’ शब्द में कौन-सी स्वर संधि है?

(a) स्वर संधि
(b) दीर्घ स्वर संधि
(c) यण स्वर संधि
(d) उपर्युक्त में से एक से अधिक



उत्तर : (b)

11. ‘कोणार्क’ का संधि-विच्छेद है-

(a) कोण+क
(b) कोण+आर्क
(c) कोण+अर्क
(d) कोणा+अर्क


उत्तर : (c) : ‘कोणार्क’ का संधि-विच्छेद ‘कोण अर्क’ होगा यह दीर्घ स्वर संधि का उदाहरण है।
दीर्घ स्वर संधिः यदि ‘अ’, ‘आ’, ‘इ’, ‘ई’, ‘उ’, ‘ऊ’ और ‘ऋ’ के बाद वे ही ह्रस्व या दीर्घ स्वर आएँ, तो दोनों मिलकर क्रमशः ‘आ’, ‘ई’, ‘ऊ’ और ऋ हो जाते हैं।
जैसे-शिवालय – शिव + आलय, विद्यालय – विद्या + आलय


12. ‘भोजनालय’ का संधि विच्छेद है-

(a) भोजन + आलय
(c) भोजना + लय
(b) भोजन + लय
(d) भोजना + आलय

उत्तर : (a): ‘भोजनालय’ का संधि-विच्छेद ‘भोजन + आलय’ होगा। यह दीर्घ स्वर संधि का उदाहरण है।


13. ‘सत्यार्थी’ शब्द का सही संधि-विच्छेद बताइए।

(a) सत + अर्थी
(c) सत्य + अर्थी
(b) स + अत्यार्थी
(d) सता + अर्थी


उत्तर : (c) : ‘सत्यार्थी’ शब्द का सन्धि विच्छेद ‘सत्य + अर्थी’ होगा। यह दीर्घ स्वर सन्धि का उदाहरण है। यदि अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, और ऋ के बाद वे ही ह्रस्व और दीर्घ स्वर आये, तो दोनों मिलकर क्रमशः आ, ई, ऊ और ऋ हो जाते हैं। जैसे-

विद्या अर्थी विद्यार्थी
शिवालय शिव + आलय


14. निम्नलिखित में से सही संधि विच्छेद का चयन कीजिए:

(a) पत्र + अलय
(c) वीर+ अंगना
(b) मरण + असन्न
(d) यथा + आर्थ


उत्तर : (c) : निम्नलिखित में ‘वीर + अंगना’ = वीरांगना सही सन्धि विच्छेद होगा। यह विच्छेद होगा। दीर्घ स्वर सन्धि का उदाहरण है।
अन्य विकल्पों के शुद्ध सन्धि विच्छेद इस प्रकार होंगे-
पत्र + आलय पत्रालय (दीर्घ स्वर सन्धि)
मरण + आसन्न मरणासन्न (दीर्घ स्वर सन्धि)
यथा अर्थ यथार्थ (दीर्घ स्वर सन्धि)


15. ‘अभीष्ट’ का सही संधि-विग्रह है :

(a) अभि + ईष्ट
(c) अभी + इष्ट
(b) अभी + ईष्ट
(d) अभि + इष्ट

उत्तर : (d) : ‘अभीष्ट’ का सही संधि-विग्रह है- ‘अभि इष्ट’ है। यह दीर्घ स्वर संधि का उदाहरण है। यदि अ/आ, इ/ई तथा उ/ऊ के बाद वे ही ह्रस्व या दीर्घ स्वर आए, तो दोनों के मेल से क्रमशः दीर्घ आ, ई तथा ऊ हो जाता है। इस मेल से बनने वाली संधि दीर्घ स्वर संधि कहलाती है। जैस मही इन्द्र = महीन्द्र


16. ‘कल्पांत’ शब्द में कौन सी संधि है?

(a) गुण संधि
(c) दीर्घ संधि
(b) यण संधि
(d) व्यंजन संधि


उत्तर : (c) ‘कल्पांत’ शब्द में दीर्घ संधि है। जब ह्रस्व या दीर्घ ‘अ’ ‘इ’ ‘उ’ ‘ऋ’ के पश्चात क्रमशः ह्रस्व या दीर्घ ‘अ’ ‘इ’ ‘उ’ ‘ऋ’ स्वर आए तो दोनों को मिलाकर दीर्घ ‘आ’ ‘ई’ ‘ऊ’ ‘ऋ’ हो जाते हैं; जैसे-

देव + आलय = देवालय
कवि + इन्द्र = कवीन्द्र
लघु + ऊर्मि = लघूर्मि
कल्प + अंत = कल्पांत



17. निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प | का चयन करें जो दिए गए शब्द के सही संधि-विच्छेद का विकल्प हो।

परमात्मा

(a) पर + मात्मा
(c) परम + आत्मा
(b) परमा + तमा
(d) पर + आत्मा


उत्तर : (c): परमात्मा का सन्धि विच्छेद ‘परम आत्मा है यह दीर्घ सन्धि का उदाहरण है।



18. निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो दिए गए शब्द के सही संधि विच्छेद का विकल्प हो।

परमाणु

(a) परम + णु
(b) पर + अणु
(c) परम + अणु
(d) पर + माणू


उत्तर : (c) : ‘परमाणु’ शब्द का सन्धि विच्छेद परम + अणु होगा यह दीर्घ स्वर सन्धि का उदाहरण है। दीर्घ स्वर सन्धि यदि प्रथम शब्द के अन्त में ह्रस्व या दीर्घ स्वर (अ इ उ ऋ) में से कोई एक वर्ण हो और दूसरे शब्द के प्रारम्भ में समान वर्ण हो तो दोनों के स्थान पर दीर्घ हो जाता है।


19. ‘त्रिपुरारि’ का सही संधि-विच्छेद कौन-सा है?

(a) त्रिपुर + अरि
(b) त्रिपुर + रारी
(c) त्रिपुरा + री
(d) त्रिपुरा + आरीं

उत्तरः (a) त्रिपुरारि’ का सही संधि-विच्छेद ‘त्रिपुर + अरि’ होगा। त्रिपुरारि में दीर्घ संधि है। जब हस्व अ, इ, उ, ऋ के बाद ह्रस्व या दीर्घ आता है, तो दोनों के स्थान पर ‘दीर्घ स्वर’ हो जाता है। जैसे-विद्या अर्थी = विद्यार्थी कपि + ईश = कपीश गुरु + उपदेश = गुरुपदेश समान स्वर


20. ‘स्थानापन्न’ का सही संधि-विच्छेद कौन-सा है?

(a) स्थान + पन्न
(c) स्थान + आपन्न
(b) स्थाना + पन्न
(d) स्थापन + न


उत्तर : (c) : ‘स्थानापन्न’ ‘स्थानापन्न’ का सही संधि-विच्छेद है- ‘स्थान + आपन्न’। शब्द के सन्धि-विच्छेद में ‘अ + आ = आ’ नियम लागू हो रहा है अतः इसमें दीर्घ सन्धि है।

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